केपटाउन में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने मेजबान दक्षिण अफ्रीका को 7 विकेट से शिकस्त दी है। इसके साथ ही भारतीय टीम ने इस टेस्ट मैच को ड्रा पर समाप्त किया है। क्योंकि पहले टेस्ट में भारत को हार का सामना करना पड़ा था। दूसरा टेस्ट मैच केवल 2 दिनों के भीतर समाप्त हुआ है। ऐसे में केपटाउन की पिच सवालों के घेरे में है। क्योंकि इस टेस्ट मैच में पहले ही दिन 23 विकेट गिर गए थे। जिसमें दक्षिण अफ्रीका टीम महज 55 रनों पर सिमट गई थी। जबकि भारत भी अपनी पहली पारी में उसी दिन 153 रनों पर सिमट गया था।
खराब पिच के चलते यह टेस्ट मैच काफी जल्दी समाप्त हुआ है, जिसके चलते उसकी चौतरफा आलोचना हो रही है। मैच की समाप्ती पर टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने भी पिच को लेकर अपनी राय रखी है। 1.5 दिन के भीतर यह टेस्ट मैच महज 642 गेंद फेंके जाने पर ही समाप्त हुआ। जिसको लेकर कप्तान रोहित शर्मा ने एक विवादित बयान देकर मामले को तूल पकड़ा दिया है।
कप्तान रोहित शर्मा ने पोस्ट मैच प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि “वर्ल्ड कप फाइनल की पिच को औसत से कम रेटिंग दी गई। मेरा मतलब है कि, एक आदमी ने शतक बनाया। मैच रेफरी से यह देखने का आग्रह करें कि, जिस देश में यह खेला गया वहां क्या नहीं है? भारत में पहले दिन आप ‘धूल के गुबार और धुल के गुबार’ की बात करते हैं। यहां दरारें थीं।”
रोहित शर्मा ने आगे कहा कि “जब तक भारत में हर कोई अपना मुंह बंद रखता है और भारतीय पिचों के बारे में शिकायत नहीं करता, तब तक मुझे इस तरह की पिचों पर खेलने में कोई दिक्कत नहीं है। आप यहां खुद को चुनौती देने आते हैं और जब लोग भारत आते हैं तो यह भी चुनौतीपूर्ण होता है।”
बताते चलें कि, करीब दो महीने पहले भारत की मेजबानी में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप 2023 में टीम इंडिया ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए फाइनल तक का सफर तय किया था। भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट में अपने 11 में से 10 मुकाबले जीते थे। उस दौरान विदेशी मीडिया से लेकर विभिन्न देशों के पूर्व खिलाड़ी पिच को लेकर हमलावर नजर आए थे। टूर्नामेंट की समाप्ति के बाद आईसीसी ने कई मुकाबलों की पिच को औसत से नीचे की रेंटिग भी दी थी। यही कारण है कि,कप्तान रोहित शर्मा अब इस मुद्दे को लेकर मुखर नजर आ रहे हैं।