टीम इंडिया के बल्लेबाज ईशान किशन बीच-बीच चर्चाओं का विषय बने रहे हैं, अभी हालिया समय में अपने एक बयान के चलते ईशान एक बार फिर से चर्चाओं में छा गए हैं। आइये जानते हैं इन्होने चुप्पी तोड़ते हुए अपने बयान में ऐसा क्या कहा जिसके चलते क्रिकेट जगत में इनको लेकर एक बार फिर से गहमा-गहमी का माहौल फिर से देखने को मिला।
दरअसल, पिछले काफी दिनों से ईशान किशन का चर्चाओं में बने रहने का कारण था, द.अफ्रीका के खिलाफ होने वाले टेस्ट मुकाबलों से अपना नाम वापस लेना। ईशान ने मानसिक तनाव जैसे निजी कारण बताकर द.अफ्रीका के खिलाफ खेली जाने वाली तीन मैचों की टेस्ट सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया फिर इसके बाद ये दुवाई में एक पार्टी समारोह में दिखाई दिए, जिसके चलते टीम इंडिया के सिलेक्टर इनसे काफी नाराज हो गए और इन्हें अगले किसी भी मुकाबलों के लिए टीम का हिस्सा नहीं बनाया गया।
आपको बता दें, ईशान किशन ने भारतीय टीम से आखिरी मैच नवंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था और इसके बाद उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के दौरे से अपना नाम वापस ले लिया था। जिसके चलते इनका चयन आगे किसी भी मुकाबले के लिए नहीं हुआ। यहां इनके साथ बड़ी नाइंसाफी देखने को मिली। फिर कोच राहुल द्रविड़ ने इन्हें सलाह दी कि इन्हें अगर अब भारतीय टीम के साथ खेलना है तो पहले घरेलु मुकाबले खेलकर अपनी प्रतिभा को फिर से दिखाना होगा। इस वारे में ईशान ने अपनी चुप्पी तोड़ी और बड़ा बयान दिया।
ईशान किशन का बड़ा बयान
ईशान किशन ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा, “बीसीसीआई का नियम है कि ब्रेक के बाद अगर कमबैक करना है तो आपको डोमेस्टिक क्रिकेट में परफॉर्मेंस करना होगा और यह बहुत आसान था। लेकिन जब मुझे क्रिकेट में मजा नहीं आ रहा था तो मुझे रणजी खेलने को कहा गया, अगर मैने भारतीय टीम से ब्रेक लिया है तो जाहिर सी बात हैं की मेरा उस समय घरेलू क्रिकेट खेलने का कोई तुक नहीं बनता था, इससे बढ़िया तो मैं भारतीय टीम से ही खेलता, क्रिकेट से ब्रेक क्यों लेता। लेकिन मेरे रणजी ना खेलने वाली बात का बतंगड़ बना दिया गया और मेरे खिलाफ कई फैसले लिए गए जिसके कारण आज मेरे कैरियर पर बात बन आई है। यह बहुत दर्दनाक और दुखदाई है, मैं अभी यह नहीं कह सकता की सबकुछ सही है। मैं खुद से कहता रहा यार ये क्या हो गया, क्यों हो गया, मेरे साथ ही क्यों?”
ईशान के साथ यहां हुई सबसे बड़ी नाइंसाफी
ईशान को अगले किसी भी मुकाबले के लिए टीम इंडिया का हिस्सा न बनाना तो इनके साथ नाइंसाफी हुई ही हुई लेकिन इससे बड़ी नइंसाफी जब हुई कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने एक नया नियम बनाकर इन्हें अपने सेंट्रल कॉट्रेक्ट सूची से बाहर कर दिया। इन सभी नाइंसाफियों को देखते हुए किशन को लगने लगा कि इनका क्रिकेट भविष्य अब खत्म होने की कगार पर है जिसके चलते इन्होने अपने खिलाफ हुई BCCI की नाइंसाफी पर चुप्पी तोड़ते हुए ये सब बोलना पड़ा।