पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व गेंदबाज वसीम अकरम दुनिया भर में किसी परिचय के मोहताज नहीं है। उन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी के दम पर कई बार अपने देश को अहम मुकाबलों में जीत दिलाई है। इस बीच उन्होंने अपने करियर के बुरे दौर को याद करते हुए एक भावुक कर देने वाला किस्सा सुनाया है। जो उनकी पत्नी हुमा की बीमारी से जुड़ा है। वसीम अकरम की पत्नी हुमा का साल 2009 में 42 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया था।उस क्षण को लेकर वसीम अकरम ने अपनी जीवनी सुल्तान: ए मेमॉयर की चर्चा के दौरान भावुक करने वाला किस्सा सुनाया।यह किस्सा उस वक्त का है, जब वह अपनी पत्नी को एयर एंबुलेंस के माध्यम से सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल ले जा रहे थे।
वीजा का टेंशन मुझपर छोड़ दीजिए
स्पोर्टस्टार से बातचीत में पूर्व गेंदबाज वसीम अकरम ने बताया कि, “मैं अपनी बीमार पत्नी को लाहौर से सिंगापुर ले जा रहा था। परंतु एयर एंबुलेंस के रिफ्यूलिंग के लिए हमें चेन्नई में रुकना पड़ा। हमारी पत्नी उस वक्त बेहोश थी और मैं रो रहा था। परंतु चेन्नई के लोगों ने मुझे पहचान लिया। मेरे पास भारत का वीजा नहीं था सिर्फ पाकिस्तान का पासपोर्ट था। उस दौरान चेन्नई एयरपोर्ट के सिक्योरिटी फोर्स के अधिकारीयों ने मुझसे कहा कि आप बीजा को लेकर चिंता मत करिए। आप अपनी पत्नी को लेकर हॉस्पिटल जाइए। पासपोर्ट और वीजा का मामला हम लोग सुलझा लेंगे।हमारे जीवन से जुड़ा यह सबसे भावुक लम्हा है। जिसे मैं एक खिलाड़ी और इंसान के तौर पर कभी नहीं भूल सकता।”
अकरम का क्रिकेट करियर
56 वर्षीय पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने 1984 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था।अपने करीब 18 साल के लंबे क्रिकेट करियर के दौरान वसीम अकरम में पाकिस्तान के लिए 104 टेस्ट मैचों में 23.62 की औसत से 414 विकेट चटकाए हैं। इसके अलावा उन्होंने 356 वनडे मुकाबलों में 502 विकेट हासिल किए हैं। वसीम अकरम वनडे फॉर्मेट में दूसरे सबसे अधिक विकेट चटकाने वाले गेंदबाज रहे। जबकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 916 विकेट हासिल कर वसीम अकरम सर्वाधिक विकेट लेने के मामले में तीसरे नंबर पर हैं।