हैदराबाद के राजीव गाँधी स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया पहला टेस्ट मुकाबला इंगलिश टीम और उनके ‘Bazball’ एप्रोच के नाम रहा। इंग्लैंड ने इस रोमांचक और ऐतिहासिक मुकाबले को 28 रनो से अपने नाम कर लिया है और भारतीय सरजमीं पर इतिहास में पहली बार भारतीय टीम को पहली पारी में 100 रनो से अधिक लीड लेकर हार का सामना करना पड़ा जो की भारतीय कप्तान और भारतीय टीम के लिए एक शर्मनाक हार बन गया क्यूंकि इंग्लैंड की ये टीम भारतीय टीम के मुकाबले हर पक्ष में कमजोर थी उसके बावजूद वो भारतीय टीम को भारतीय सरजमीं पर पटकनी देने में कामयाब रहे. अपने इस आर्टिकल में हम भारतीय टीम के इस शर्मनाक हार के तीन बड़े कारणों के ऊपर नजर डालने वाले हैं।
- रन चेज के दौरान बहोत ही डिफेंसिव दिखी भारतीय बल्लेबाजों की मानसिकता
इंग्लैंड ने दूसरी पारी में Ollie Pope के शानदार 196 रनो की पारी के बदौलत भारतीय टीम को 230 रनो का टारगेट दिया। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की मानसिकता काफी डिफेंसिव दिखी। पहली पारी में ताबड़तोड़ अंदाज़ में बल्लेबाजी करने वाले यशस्वी दूसरी पारी में अपने शैली के विपरीत खेलते हुए 35 गेंदो में मात्र 15 रन बनाये तो वहीँ कप्तान रोहित ने 58 गेंदो में 39 रन और इनके बाद आने वाले सभी बल्लेबाज इस चेज में रन बनाने के इंटेंट से नहीं बल्कि वहा पर सिर्फ टिके रहने का प्रयास कर रहे थे जिस कारण डेब्यूटांट Tom Heartley ने आसानी से भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करते हुए 7 विकेट अपने नाम किये।
2. रिवर्स स्वीप और स्वीप शॉट का भारतीय गेंदबाजों के पास नहीं था कोई जवाब
दूसरी पारी में 190 रनो से पीछे होने बाद जब इंग्लैंड के बल्लेबाज बल्लेबाजी करने उतरे तो उनके सामने सबसे बड़ा लक्ष्य पारी की हार बचाना था। मगर इसका दबाव उनके ऊपर बिलकुल नहीं दिखा और उन्होंने दूसरी पारी में भी Bazball शैली में बल्लेबाजी करना जारी रखा और भारतीय स्पिनरों के खिलाफ स्वीप और रिवर्स स्वीप शॉट का बखूबी इस्तेमाल किया जिसका जवाब भारतीय गेंदबाजों के पास बिलकुल नहीं था।
- पहली पारी में भारतीय टीम ने अपने अंतिम 3 विकेट मात्र 15 रन पर गवाये
भारतीय टीम पहली पारी में दूसरे दिन की समाप्ति पर 421 रन 7 विकेटों के नुकसान पर था तो वहीँ मझे हुए बल्लेबाज जडेजा व अक्षर पटेल क्रीज़ पर डटे हुए थे और ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था की भारतीय टीम तीसरे दिन 50 और रनो का इजाफा आसानी से कर सकता है परिणामस्वरूप लीड 200 पार पहुँच सकती है मगर अनुमान के विपरीत भारतीय टीम ने तीसरे दिन अपने आखरी तीन विकेट मात्र 15 रनो के भीतर गवा दिए जिसके कारण लीड 200 पार नहीं पहुँच सकी और ड्रेसिंग रूम में जाते जाते मूमेंटम भी इंग्लैंड के पक्ष में आ गया