इंडिया वर्सेज इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मुकाबला आज 2 फरवरी से विशाखापट्टनम के मैदान पर शुरू हो चुका है। पहले मुकाबले के दौरान केएल राहुल चोटिल हो गए थे, उनके स्थान पर सरफराज खान को स्क्वाट में शामिल किया गया है। अभी हाल ही में इन्होंने जियो सिनेमा पर हुए एक इंटरव्यू के दौरान अपने पूरे क्रिकेट करियर से जुड़ी जानकारी साझा की।
दरअसल, सरफराज खान ने इंटरव्यू के दौरान अपने शुरूआती उस करियर के बारे में बताया है, जब इनके पिता इन्हें क्रिकेटर बनाना चाहते थे, तब इन्हें लगता था मैं ये क्यों कर रहा हूं। हालांकि अपने पिता द्वारा क्रिकेट में किये गए सहयोग का महत्व अब इन्हें समझ आ रहा है और साथ ही इन्होंने अपने क्रिकेट करियर से जुड़े सभी आदर्श क्रिकेटरों के बारे में भी बात की।
सरफराज के सबसे पहले क्रिकेट आदर्श
जियो सिनेमा से बातचीत के दौरान खान ने अपने पिता को पहला आदर्श मानते हुए, उनके बारे में चर्चा करते हुए कहा, “मेरे पिता मुझे क्रिकेट में ले आए और मैं सवाल करता था कि मैं यह खेल क्यों खेल रहा हूं। एक आक्रामक बल्लेबाज होने के बावजूद, मुझे बड़ा स्कोर बनाने में परेशानी होती थी, अक्सर मैं दूसरों की तुलना में जल्दी आउट हो जाता था। जब मैं रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहा था तो दूसरों को सफल होते देखना कठिन था। यहां तक कि जब मैं मुंबई से यूपी चला गया, तब भी मेरे पिता मेरा समर्थन करते रहे, चयन परीक्षणों के लिए उड़ान भरते रहे और छत या सड़क पर मेरे साथ अभ्यास करते रहे। अब मुझे समझ आया कि उनके प्रयास कितने महत्वपूर्ण थे। अब मैं उन प्रयासों का प्रभाव और महत्व देखता हूं।”
आगे कहा, “जब मैं यूपी से मुंबई लौटा, तो मुझे डर था कि इससे मेरा करियर खत्म हो सकता है, और मुझे सचमुच विश्वास हो गया कि मेरे लिए कोई भविष्य नहीं है। हालांकि, मेरे पिता ने लगातार मेरा समर्थन किया। जीवन अवसरों की गारंटी नहीं देता, लेकिन मेरे पिता हमेशा कड़ी मेहनत में विश्वास करते थे, और मैंने जो कुछ भी हासिल किया है वह उस समर्पण का परिणाम है।”
किसे मानते हैं, सरफराजखान अपना आदर्श क्रिकेटर
खान ने अपने आईडियल खिलाड़ियों के बारे में चर्चा करते हुए कहा, “मैं विराट कोहली, एबी डिविलियर्स, सर विवियन रिचर्ड्स और यहां तक कि जावेद मियांदाद को देखना पसंद करता हूं क्योंकि मेरे पिता कहते हैं कि मैं उनकी तरह खेलता हूं। मैं जो रूट की बल्लेबाजी को भी करीब से देखता हूं।”