IPL 2023 की शुरुआत से ही चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के रिटायरमेंट को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। तमाम क्रिकेट पंडितों का मानना था कि बतौर खिलाड़ी यह माही का आखिरी IPL सीजन हो सकता है। परंतु घुटने के चोट के बावजूद महेंद्र सिंह धोनी ने इस सीजन जिस तरीके से अपनी टीम को लीड करते हुए फाइनल तक पहुंचाया है। वह अन्य क्रिकेट कप्तानों के लिए एक उदाहरण है। महेंद्र सिंह धोनी के फैंस अब यह डिमांड कर रहे हैं कि उन्हें अगले कुछ और सालों तक IPL खेलते रहना चाहिए। चाहे उन्हें इस टूर्नामेंट में बतौर इंपैक्ट प्लेयर ही खेलने का मौका दिया जाय।
परंतु इस प्रकरण को लेकर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान कपिल देव काफी अलग राय रखते हैं। कपिल देव का मानना है कि एमएस धोनी ने 15 साल तक क्रिकेट खेल लिया है। इसलिए अब हमें उन्हें जीवनभर खेलते हुए देखने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। हम सभी शुक्रगुजार हैं कि वह इतने समय तक हमारे लिए खेलें।
कपिल देव का बयान
ABP न्यूज़ से बातचीत में महेंद्र सिंह धोनी को लेकर कपिल देव ने कहा कि, “वह पिछले 15 साल से IPL खेल रहा है। ऐसा क्यों है कि आज हम लोग केवल महेंद्र सिंह धोनी के बारे में बात कर रहे हैं? क्योंकि उसने अपना काम बखूबी किया है। हम उससे और क्या चाहते हैं? क्या आप लोग चाहते हैं कि वह जीवन भर खेलें। यह नहीं होने वाला है। ऐसा सोचने के बजाय हमें शुक्रगुजार होना चाहिए कि उन्होंने 15 साल तक हमारे लिए क्रिकेट खेला।” कपिल देव ने आगे कहा कि,”वह अगले साल खेले या नहीं,”परंतु उन्होंने इस सीजन से जाने से पहले बेहतरीन प्रदर्शन किया है। उन्होंने इस सीजन भले ही अधिक रन नहीं बनाए हैं परंतु अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचाया। इससे पता चलता है कि क्रिकेट के खेल के लिए कप्तान की क्या अहमियत है।”
बतौर इंपैक्ट प्लेयर MSD
बताते चलें हैं कि, IPL में दिग्गज कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को अगले सीजन बतौर इम्पैक्ट प्लेयर खिलाने की बात चल रही है। चेन्नई सुपर किंग्स के बॉलिंग कोच ड्वेन ब्रावो ने अभी हाल ही में एमएस धोनी को लेकर कहा था कि इंपैक्ट प्लेयर रुल आने के बाद माही का अगला सीजन खेलना लगभग तय हो गया है। हालांकि इस मसले पर टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग अलग राय रखते हैं। उनका मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ी पर इंपैक्ट प्लेयर का नियम लागू नहीं होता है। क्योंकि यह नियम उन खिलाड़ियों पर अधिक फिट बैठता है जो फील्डिंग या गेंदबाजी नहीं करते हैं। एम एस धोनी को 20 ओवरों तक फील्ड पर रहने की जरूरत होती है। क्योंकि बतौर कप्तान उनके निर्देशन में गेम अच्छा चलता है।