गुरुवार शाम जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेले गए IPL 2023 के 37वें मुकाबले में RR ने 32 रनों से जीत दर्ज की। संजू सैमसन की अगुआई वाली राजस्थान रॉयल्स की यह इस सीजन एम एस धोनी की सेना पर लगातार दूसरी फतह है। मुकाबले में भले ही CSK को हार का सामना करना पड़ा हो। परंतु अपना आखिरी IPL(कयासों में) खेल रहे महेंद्र सिंह धोनी इस हार को भी सेलिब्रेट करते हुए नजर आए। पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में महेंद्र सिंह धोनी ने प्रशंसकों के दिल को छू लेने वाली बात कही है। इसके अलावा उन्होंने विपक्षी टीम के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल की जमकर सराहना भी की है।
यशस्वी की सराहना
पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में एम एस धोनी ने कहा कि, “लक्ष्य थोड़ा बड़ा था। हमने 6 ओवरों में अधिक रन लुटा दिए। मैच के अंत में भी गेंद ऐज लेकर बाउंड्री के लिए जा रही थी। पथिराना हमारे लिए अधिक महंगे साबित हुए, परंतु उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की।” इस दौरान उन्होंने यशस्वी जायसवाल की तारीफ करते हुए कहा कि, “यशस्वी जायसवाल ने वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की है। उनके लिए गेंदबाजों का पीछा करते हुए सोच समझकर रिस्क लेना अच्छा रहा। परंतु यह हमारे गेंदबाजों के खिलाफ काफी आसान था। क्योंकि वह सही लेंथ पर गेंदबाजी नहीं कर रहे थे।”
आपको बता दें इस मैच में यशस्वी ने 43 गेंदों पर 77 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी। जिसके बदौलत राजस्थान रॉयल्स ने 202 रनों का बड़ा लक्ष्य खड़ा किया। जिसका पीछा करते हुए धोनी के धुरंधर 32 रन पीछे रह गए।
धोनी को याद आई अपनी ऐतिहासिक पारी
मैच के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने जयपुर से जुड़ी अपनी यादों को तरोताजा करते हुए कहा कि, “मुझे लगता है कि मैंने अपना पहला वनडे शतक लगाने के लिए करीब 10 मैच खेले, परंतु इसी पिच पर मैंने श्रीलंका के खिलाफ 183 रन बनाए। जिसने करीब एक साल के लिए मेरे करियर को बदल दिया। इसलिए यह मैदान मेरे दिल के बहुत करीब है।”
बताते चलें कि,साल 2005 में भारत दौरे पर आई श्रीलंकाई टीम ने तीसरे वनडे मुकाबले में निर्धारित 50 ओवरों का सामना करते हुए कुमार संगकारा के नाबाद 138 रनों की बदौलत 4 विकेट के नुकसान पर 298 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया था। इस मैच में लक्ष्य का पीछा करते हुए तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए महेंद्र सिंह धोनी ने 145 गेंदों पर 10 छक्के और 15 चौके की मदद से नाबाद 183 रनों की धुआंधार पारी खेली थी।