इंटरनेशनल क्रिकेट में एक बड़ा कारनामा होने जा रहा है।कनाडा की डैनियेले मैकगाहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इतिहास रचने के लिए तैयार हैं। आगामी महिला टी-20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए उन्हें कनाडा क्रिकेट टीम के प्रतिनिधित्व की जिम्मेदारी मिलने जा रही है। दरअसल डैनियेले मैकगाहे एक ट्रांसजेंडर हैं। जिन्हें कनाडा की महिला क्रिकेट में टी-20 वर्ल्ड कप 2024 का क्वालीफायर खेलने के लिए शामिल किया गया है। यदि उन्हें डेब्यू करने का मौका मिला तो वह इंटरनेशनल क्रिकेट की पहली ट्रांस जेंडर खिलाड़ी होंगी।वर्ल्ड कप 2024 के लिए क्वालीफाइंग टूर्नामेंट आगामी 4 से 11 सितंबर तक लॉस एंजिल्स में आयोजित होगा। जिसमें वह जलवा बिखेरते हुए नजर आएंगी।डैनियेले मैकगाहे साल 2020 में ऑस्ट्रेलिया से कनाडा चली गई थी। जहां उन्होंने एक सामान्य महिला के रूप में रहना शुरू कर दिया था।
ट्रांस जेंडर को लेकर ICC के नियम
BBC Sport ने अपनी एक रिपोर्ट में ट्रांस जेंडर के लिए ICC द्वारा बनाए गए नियम की जानकारी देते हुए लिखा है कि, महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने की इच्छुक ट्रांस जेंडर महिलाओं को यह प्रदर्शित करना होगा कि ‘उनके सीरम में टेस्टोस्टेरोन की सांद्रता कम से कम 12 महीने की अवधि के लिए लगातार 5 NMOL/L1 से कम रही है।और जब तक वह खेल जारी रखती है तब तक वह इसे उस स्तर से नीचे रखने के लिए तैयार, इच्छुक और सक्षम है”।
इसके अलावा ICC यह भी कहता है कि महिला ट्रांसजेंडर खिलाड़ी को एक नामित चिकित्सा अधिकारी को संतोषजनक रूप में एक लिखित और हस्ताक्षरित घोषणा देनी होगी कि उसकी लिंग पहचान महिला है।इन पैमानों पर डैनियेले मैकगाहे खरी उतर रही हैं।
डैनियेले मैकगाहे ने क्या कहा?
डैनियेले मैकगाहे ने BCCI से बातचीत में बताया कि, “मेरे टेस्टोस्टेरोन के स्तर को निर्धारित करने के लिए, मैं दो साल से अधिक समय से हर महीने रक्त परीक्षण करा रही हूं। मुझे अपने खिलाड़ी प्रोफ़ाइल में यह भी डालना होगा कि मैंने किसके खिलाफ खेला है और मैंने कितने रन बनाए हैं। और कितना स्कोर किया है। ICC के माध्यम से मेरी मेडिकल जानकारी भेजने वाले मेरे डॉक्टर के साथ मैंने बहुत काम किया। उनके पास एक समर्पित चिकित्सा अधिकारी है जो प्रदान की गई सभी जानकारी को देखता है, और यह निर्धारित करता है कि मैंने एक विशेषज्ञ पैनल बनाने के लिए पर्याप्त जानकारी प्रदान की है या नहीं? जिसके बाद निर्णय लिया गया।
उन्होंने आगे कि”मैं पूरी तरह से सम्मानित महसूस कर रही हूं। अपने समुदाय का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम होना कुछ ऐसा है, जिसे मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं ऐसा कर पाऊंगी।”