अगले महीने होने वाले वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम का ऐलान कर दिया गया है। टेस्ट टीम में जहां यशस्वी जायसवाल और ऋतुराज गायकवाड जैसे युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा साबित करने का मौका दिया गया है। वहीं टेस्ट क्रिकेट की दीवार कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। टेस्ट और वनडे टीम का ऐलान करने के बाद BCCI की सिलेक्शन कमेटी सवालों के घेरे में है। लगातार घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद सरफराज खान और अभिमन्यु ईश्वरन को मौका न दिए जाने को लेकर ढेर सारे सवाल उठ रहे हैं।
WTC 2023 के फाइनल मुकाबले में आस्ट्रेलिया के हाथों 209 रनों से मिली शर्मनाक हार के बाद रोहित शर्मा को कप्तानी पद पर बरकरार रखा गया है। जबकि लंबे समय के बाद भारतीय टीम में वापसी करने वाले अजिंक्य रहाणे को केवल एक मुकाबला खेलने के बाद उप कप्तानी की जिम्मेदारी सौंप दी गई। BCCI के यह दोनों फैसले प्रशंसकों के गले से नहीं उतर रहे हैं। महज एक मुकाबले में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद अजिंक्य रहाणे को उपकप्तान बनाया जाना टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सौरव गांगुली को भी नहीं पसंद आया है। उन्होंने सिलेक्शन कमेटी के फैसले पर सवाल उठाए हैं।
सौरव गांगुली ने जताई नाराजगी
BCCI के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने समाचार एजेंसी PTI को दिए गए एक बयान में कहा कि, “मैं इस फैसले को सही नहीं मानता। आप 18 महीने तक टीम से बाहर रहते हैं,उसके बाद आपको सिर्फ एक टेस्ट खेलने का मौका मिलता है। फिर आप उपकप्तान बना दिए जाते हैं। मैं इस फैसले के पीछे की सोच को नहीं समझ पा रहा हूं। आपके पास रवींद्र जडेजा के रूप में एक शानदार विकल्प मौजूद था। जो लगातार टेस्ट टीम में अहम हिस्सा बना हुआ है। सीधे वापसी करने के बाद किसी खिलाड़ी को उपकप्तान बनाया जाना समझ के परे है। मैं सिर्फ इतना ही कहना चाहूंगा कि इस फैसले पर आपको बेहतर तरीके से सोचना चाहिए। इनमें एक निरंतरता दिखानी चाहिए।”
बताते चलें कि,अजिंक्य रहाणे ने अभी हाल ही में संपन्न हुए इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए शानदार प्रदर्शन किया था। जिसके परिणाम स्वरूप करीब 18 महीने बाद उनकी भारतीय टेस्ट टीम में वापसी हुई थी। अजिंक्य रहाणे ने भारतीय टीम के लिए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेला। जिसमें उन्होंने सभी को प्रभावित करते हुए पहली पारी में 89 और दूसरी पारी में 46 रन बनाए। जबकि टीम इंडिया के अन्य बल्लेबाज बुरी तरीके से फ्लॉप साबित हुए।