ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के स्टार ओपनर डेविड वार्नर का क्रिकेट करियर अब धीरे-धीरे खत्म होने की तरफ अग्रसर है। डेविड वार्नर ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना लिया है। डेविड वार्नर पाकिस्तान के खिलाफ सिडनी में खेले जाने वाले टेस्ट मैच के बाद टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। प्रत्येक क्रिकेट खिलाड़ी की तरह डेविड वार्नर का भी उनके आखिरी टेस्ट मैच में एक ‘हीरो की तरह विदाई’ देने के प्रकरण ने विवादित रूप ले लिया है। डेविड वार्नर को ‘हीरो की तरह विदाई’ देने वाले प्रकरण पर मिचेल जॉनसन ने एक विवादित बयान देकर सनसनी मचा दी थी। इसके बाद डेविड वार्नर के बचाव में कई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी उतरें हैं।
सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा और पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क के बाद अब रिंकी पोंटिंग भी इस विवाद में कूद पड़े हैं। रिकी पोंटिंग ने भी इस प्रकरण को लेकर अपना पक्ष रखा है, और उनका कहना है कि, अब वह समय आ गया है कि, उन्हें एक मेडिएटर की भूमिका निभाते हुए क्रिकेटरों के बीच चल रहे इस विवाद को खत्म करना चाहिए।
रिकी पोंटिंग ने सनराइज से बातचीत में कहा कि, ‘मुझे अब बीच में आना ही होगा और इन दोनों खिलाड़ियों को समझाना होगा। यही है कि, मुझे मेडियेटर बनकर दोनों को एक कमरे में रखना होगा और दोनों को यह समझना होगा कि, मीडिया में एक दूसरे का नाम उछालकर कुछ नहीं होगा और आमने-सामने बात कर लेने में ही भलाई है।”
पोंटिंग ने कहा कि,”यह सब 7-8 महीने पहले शुरू हुआ था। जब एशेज का चयन हो रहा था। जब दोनों लोग आमने-सामने होते हैं, तब बातें साफ हो जाती हैं। मुझे लगता है यही सबसे सही कार्य होगा।”
बताते चलें कि, मिशेल जॉनसन ने एक ऑस्ट्रेलियाई अखबार में अपने कालम में डेविड वार्नर को हीरो की तरह विदाई मिलने के सवाल पर लिखा था कि,“2018 के बॉल-टेम्परिंग स्कैंडल में वार्नर की भागीदारी का मतलब है कि, वह ‘हीरो की विदाई’ के लायक नहीं हैं। ऐसे खिलाड़ी को विदाई की अनुमति देना देश का अपमान है। जैसा कि, हम डेविड वार्नर की विदाई सीरीज की तैयारी कर रहे हैं, क्या कोई मुझे बता सकता है कि ऐसा क्यों है? और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े स्कैंडल में से एक के केंद्र में रहने वाले खिलाड़ी को हीरो की तरह विदाई क्यों दी जानी चाहिए?”