भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा मुकाबला बुधवार से इंदौर के होलकर स्टेडियम पर खेला जाएगा। नागपुर में खेले गए पहले टेस्ट मैच में पारी और 132 रनों से जीत दर्ज कर तथा दिल्ली में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में 6 विकेट से बाजी मारकर टीम इंडिया के हौसले बुलंद है। तीसरा मुकाबला जीतकर जहां भारतीय टीम इस सीरीज को अपने नाम करने के इरादे से उतरेगी। वहीं स्टार बल्लेबाज विराट कोहली एक खास रिकॉर्ड अपने नाम कर सकते हैं।
दरअसल विराट कोहली ने भारत के लिए तीनों फॉर्मेट को मिलाकर अब तक 492 मुकाबले खेले हैं। जिस दौरान उन्होंने 299 कैच पकड़े हैं। ऐसे में यदि वह इस मुकाबले में एक और कैच पकड़ने में सफल होते हैं,तो विराट कैच पकड़ने के मामले में तिहरा शतक जड़ सकते हैं। विराट कोहली से पहले टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज और मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ ऐसा कर चुके हैं।राहुल द्रविड़ ने 509 इंटरनेशनल मुकाबलों में 334 कैच पकड़े हैं।
खास क्लब में होंगे शामिल
इंदौर टेस्ट में यदि विराट कोहली 300वां कैच पकड़ने में कामयाब रहते हैं, तो वह 300 या उससे अधिक कैच पकड़ने वाले दुनिया के 7वें खिलाड़ी बन जाएंगे। इससे पहले श्रीलंका के महेला जयवर्धने 652 मैचों में 440 कैच, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने 560 मैचों में 364 कैच, न्यूजीलैंड के रॉस टेलर ने 450 मैचों में 351 कैच पकड़ने का कारनामा कर चुके हैं। इसके अलावा जैक कैलिस, राहुल द्रविड़ और स्टीफन फ्लेमिंग ने 300 से अधिक कैच पकड़ने का रिकॉर्ड बनाया है।
स्लिप की फील्डिंग विराट के लिए चिंता का सबब
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली दुनिया के बेहतरीन फील्डरों में शामिल हैं। हालांकि पिछले कुछ समय से उन्होंने स्लिप में कई कैच टपकाए हैं। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ ने भारत की फील्डिंग को लेकर काफी मेहनत की थी। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि भारत को स्लिप पर कैच पकड़ने होंगे। विराट कोहली इंदौर टेस्ट में भले ही एक कैच पकड़कर तिहरा शतक लगा सकते हैं। परंतु उन्हें बल्ले से भी रन बनाना होगा। क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली का बल्ला पिछले 4 सालों से खामोश रहा है। उन्होंने साल 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट शतक लगाया था।