भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाई वोल्टेज बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत हो चुकी है। लेकिन शायद, क्रिकेट के भगवान को ये नाम पसंद नहीं आ रहा। इसी लिए तो सचिन तेंदुलकर ने इसका नया नाम रख दिया है। वो नाम है BTG यानि Border-Tendulkar-Gavaskar.
BTG को समझने के लिए चलिए फ्लैशबैक में
दरअसल मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर ने इतिहास के पन्नों को पलटते हुए क्रिकेट फैंस को एक ऐतिहासिक लम्हा याद दिलाया है। इस लम्हे को अच्छे से जीने के लिए हमें फ्लैशबैक में चलना होगा। चलिए शुरू से शुरू करते हैं।
Border-Gavaskar Trophy से Sachin का गहरा नाता
Border-Gavaskar Trophy की शुरुआत 1996 से हुई और इस सीरीज का भारत के महान बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर से बहुत गहरा नाता है। क्योंकि जब पहली Border-Gavaskar Trophy सीरीज़ की शुरुआत हुई तब सचिन तेंदुलकर ही भारत के कप्तान थे और अपनी कप्तानी में सचिन ने ये ट्रॉफी भारत के नाम की थी।
Sachin के फैन के ट्वीट से बनी BGT की कहानी
इस मैच को याद करते हुए सचिन के एक फैन ने सचिन तेंदुलकर, सुनिल गावस्कर और एलन बॉर्डर की एक फोटो शेयर की जिसमे सचिन Border-Gavaskar Trophy लेकर बॉर्डर और गावस्कर के बीच खड़े हैं और मुस्कुरा रहे हैं। फैन ने इस फोटो को शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा-
- “BGT पर बहुत चर्चा हो रही है। पहली सीरीज़ की ट्रॉफी ऐसी दिखती थी।”
Sachin ने बताया B-T-G के पीछे का राज़
इस ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए सचिन तेंदुलकर ने लिखा, “गावस्कर सर और मेरे बीच कोई ‘बॉर्डर’ नहीं। इस फोटो में B-T-G हो गया!”
तो ये था B-T-G का पूरा किस्सा।