अभी हाल ही में सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने रणजी टूर्नामेंट के अपने डेब्यू मैच में शतक लगाकर अपने पिता एवं क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के एक रिकॉर्ड की बराबरी की है। अर्जुन तेंदुलकर की शतकीय पारी के बाद पहली बार पिता सचिन तेंदुलकर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। सचिन ने लोगों से अर्जुन तेंदुलकर पर दबाव न डालने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि एक प्रसिद्ध क्रिकेटर की संतान होना आसान नहीं होता है। एक कार्यक्रम के दौरान सचिन तेंदुलकर से जब उनके बेटे के शतकीय पारी के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, “जब मैंने भारतीय टीम के लिए खेलना शुरू किया था तो उस दौरान हमारे पिता रमेश तेंदुलकर ने किसी को बताया था कि सचिन का पिता होने पर मुझे बहुत गर्व महसूस होता है।”
अर्जुन के लिए चुनौतीपूर्ण होगा आने वाला समय
उसकी तुलना में अर्जुन का बचपन सामान्य नहीं रहा है वह एक प्रसिद्ध क्रिकेटर के बेटे हैं। ऐसी स्थिति में चीजें सामान्य नहीं होती है। शायद यही कारण था कि जब मैंने क्रिकेट को अलविदा कहा तो अर्जुन को लेकर मैंने एक संदेश दिया था कि उसे क्रिकेट से प्यार करने का मौका दें। न कि उस पर किसी प्रकार का दबाव बनाए। आप लोगों की उम्मीदें बढ़ने लगी है।”इतना ही नहीं सचिन तेंदुलकर ने आगे कहा कि, “मेरे माता पिता ने मुझे बाहर जाकर खुद को साबित करने के लिए आजादी दी।उनकी तरफ से अपेक्षाओं का कोई दबाव नहीं था। केवल प्रोत्साहन और समर्थन था। इसलिए मैं खुदके और टीम के लिए बेहतर कर सका। मैं अर्जुन से कहना चाहूंगा कि यह चुनौतीपूर्ण होने वाला है।
अर्जुन का शानदार शतक
अभी हाल ही में अर्जुन तेंदुलकर ने रणजी टूर्नामेंट में अपने पहले ही मैच में गोवा की तरफ से खेलते हुए 207 गेंदों पर 120 रनों की पारी खेली है। अर्जुन ने अपनी इस पारी के दौरान 2 छक्के एवं 12 चौके लगाए हैं।इस मैच के बाद उनके पिता सचिन तेंदुलकर से लोग इसलिए तुलना कर रहे हैं क्योंकि सचिन ने 1988 में अपने पहले ही रणजी मुकाबले में शतक लगाया था।