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BCCI Central Contract ने इन 3 खिलाड़ियों को मुफ्त में बना डाला करोड़पति..लिस्ट जानकार आप रह जाएंगे दंग..

BCCI की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट सामने आए 48 घंटे होने वाले हैं। लेकिन..इसकी लगाई आग अभी भी उतनी ही तेज़ है..जितनी 48 घंटे पहले थी। चार कैटेगरी में कुल 30 खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। लेकिन..अगर आप खिलाड़ियों के नाम पर गौर करेंगे तो आपको समझ में आएगा कि सिर्फ परफॉरमेंस ही सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाने का एकमात्र आधार नहीं था। क्योंकी कुछ की किस्मत हुई बलवान और वह बन गए धनवान। जी हाँ, आज हम आपको अपनी इस रिपोर्ट में 3 ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहें हैं..जो सिर्फ और सिर्फ किस्मत के दम पर BCCI का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाने में कामयाब रहे।

अब चलिए एक-एक करके हम आपको इन खिलाड़ियों के बारें में बताते हैं..

  1. केएस भरत
    केएस भरत को अबतक सिर्फ एक ही फॉर्मेट में भारत की ओर से खेलने का मौका मिला है। कई मौके मिलने के बावजूद भरत आजतक किसी को प्रभावित नहीं कर पाए। 7 टेस्ट मैच के करियर में केएस भरत ने 20.09 की साधारण औसत से सिर्फ 221 रन बनाए हैं, वह कबी 50 रन के आंकड़े को भी पार नहीं कर पाए। हाल ही में, भरत ने टीम में अपनी जगह ध्रुव जुरेल से गंवा दी, जिससे उनके करियर पर खतरा मंडराने लगा है। अगर ऋषभ पंत एक्सीडेंट से ठीक होकर वापसी करते हैं, तो संभावना है कि पंत और जुरेल आगे चलकर टीम के दो विकेटकीपर होंगे, जिसमें केएल राहुल भी शामिल होंगे। इसके अलावा, भविष्य में भरत के लिए सफेद गेंद क्रिकेट खेलने की संभावना भी बहुत कम है। यह संभव है कि वह देश के लिए अपना आखिरी मैच पहले ही खेल चुके हों। लेकिन फिर भी उनकी किस्मत इतनी अच्छी है कि..BCCI ने उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में जगह दी है। BCCI ने केएस भरत को ग्रेड C में रखा है..जिससे उन्हें सालाना 1 करोड़ रुपए मिलेंगे।
  2. रजत पाटीदार
    रांची में भारत के लिए अपना तीसरा टेस्ट मैच खेलने वाले रजत पाटीदार भी ग्रेड C का हिस्सा हैं। टेस्ट क्रिकेट में अबतक उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। धर्मशाला टेस्ट की प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के लिए तैयार रजत पाटीदार ने छह टेस्ट पारियों में केवल 63 रन ही बनाए हैं, उनका औसत 10.5 का है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए एकमात्र वनडे में उन्होंने 22 रन का योगदान दिया। 30 साल के रजत पाटीदार को अभी तक T-20 इंटरनेशनल खेलने का मौका नहीं मिला है। वह T-20 वर्ल्ड कप स्क्वॉड के संभावितों में भी नजर नहीं आते। पाटीदार के खराब प्रदर्शन को देखते हुए यह तर्क दिया जा सकता है कि वह BCCI के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के लायक नहीं थे। अगर वह रांची टेस्ट में नहीं खेलते तो शायद लिस्ट में भी जगह भी नहीं बना पाते। लेकिन किस्मत बलवान तो खिलाड़ी धनवान।
  3. मुकेश कुमार
    जुलाई 2023 से तीन टेस्ट, छह वनडे और 14 T-20 इंटरनेशनल खेल चुके मुकेश कुमार भले ही BCCI के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाने के सारे मानदंडों को पूरा करते हैं। लेकिन..परफॉरमेंस के हिसाब से तो वह BCCI के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाने के लायक नहीं थे। अपने इंटरनेशनल करियर में मुकेश कुमार ने टेस्ट में सात विकेट, वनडे में पांच और T-20 इंटरनेशनल में 12 विकेट लिए हैं। तीनों फॉर्मेट में उनका प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा है, जो बताता है कि उन्हें अभी काफी मेहनत की जरूरत है। 30 साल के हो चुके मुकेश के पास अब ज्यादा लंबे करियर भी शायद नहीं बचा है। अब ऐसे में..मुकेश कुमार खुद को BCCI के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की लिस्ट में शामिल होने के लिए भाग्यशाली मान सकते हैं।

आपके हिसाब से इन तीनों में से कौन सा खिलाड़ी BCCI के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का बिलकुल भी हकदार नहीं था..और..इन 3 की जगह पर किन 3 खिलाड़ियों को BCCI का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट मिलना चाहिए था?

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