एशेज सीरीज के पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने मेजबान इंग्लैंड को 2 विकेट से शिकस्त दे दी। इस मुकाबले में मिली हार के बाद इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान बेन स्टोक्स, कोच ब्रेंडन मैक्लम और उनकी बैजबॉल की रणनीति आलोचकों के निशाने पर हैं। भले ही बैजबॉल की रणनीति से इंग्लिश क्रिकेट टीम को हार का सामना करना पड़ा है। परंतु उसके कप्तान बेन स्टोक्स के तेवर अभी तक नहीं बदले हैं। उनका कहना है कि वह बचे हुए मुकाबलों में भी इसी रणनीति के साथ खेल को आगे बढ़ाएंगे। कप्तान स्टोक्स के इस बयान पर इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान ज्याफ्री बायकॉट भड़क उठे हैं। उन्होंने कोच ब्रेंडन मैक्लम सहित इंग्लिश टीम के कप्तान की क्लास लगा दी है। उनका मानना है कि इस रणनीति से इंग्लैंड टीम को खतरा है और इससे एशेज सीरीज एक नुमाइशी सीरीज बनकर रह जाएगी।
बायकॉट का बयान
इंग्लिश टीम के पूर्व कप्तान ज्याफ्री बायकॉट ने ‘द टेलीग्राफ’ में एक कालम लिखते हुए कहा कि,” इंग्लैंड एशेज को एक नुमाइशी सीरीज बनाकर दम लेगा। लगातार बैजबॉल को इतना अधिक तवज्जो देने से उनका नजरिया यह हो गया है कि जीत से अधिक मनोरंजन मायने रखता है। परंतु इंग्लैंड के समर्थक एशेज सीरीज में जीत को सर्वोपरि रखते हैं। तेजी से रन बनाना और चौके-छक्के लगाना अच्छा है, परंतु एशेज पर से नजर नहीं हटनी चाहिए। अगर ऑस्ट्रेलिया यहां से एशेज सीरीज जीतकर ले गई तो हमें बहुत बुरा लगेगा और तब यह बेईमानी हो जाएगा कि हमने लोगों को कितना इंटरटेन किया है।”
बायकॉट ने आगे कहा कि, अगर इंग्लैंड जीतने के लिए नहीं खेल रहा है तो एशेज का क्या महत्व है। यह सिर्फ एक नुमाइशी मैच बन जाएंगे, यहां मनोरंजन नहीं जीत सबसे अहम है। क्रिकेट भी कई मामलों में शतरंज की तरह है। यहां भी कई मौकों पर आपको डिफेंस अपनाना पड़ता है। कई बार संयम की जरूरत होती है। सिर्फ आक्रमण जरूरी नही है।