आज 23 जून को अफगानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच टी20 के सुपर-8 का 8वां मुकाबाला खेला गया जिसमें कंगारू टीम को 21 रनों से भारी हार का सामना करना पड़ा, इस दौरान अफगान टीम की कमजोरी ही अपनी टीम की मजबूती बनती दिखाई दी। आइये जानते हैं कि क्या थी अफगान टीम की कमजोरी जो मजबूद रूप लेती दिखई दी?
दरअसल, वैसे तो अफगान टीम में स्पिनरों का बोलबाला हमेशा से ठीकठाक रहता था लेकिन इस मुकाबले के दौरान अफगानिस्तान टीम में शामिल स्पिनर कोई कॉरवा नहीं दिखा पाए; हालांकि, यहां पेसर गेंदबाजों का दबदबा कायम रहा, इस दौरान तेज गेंदबाज गुलबदीन नैव ने 4 व नवीन-उल-हक ने 3 विकेट झटके और टीम की जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया। जबकि पेसर गेंदबाजी इस टीम की सबसे बड़ी कमजोरी मानी जाती थी तेज गेंदबाजों के बारे में ऐसा माना जाता था कि कैसे भी पेसर अपना ओवर करा दें और जायदा रन न लुटाएं।
जानें कैसा रहा आज का मुकाबला?
आज सपर-8 के 8वें मुकाबले के दौरान ऑस्ट्रेलिया टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। यहां पहले बल्लेबाजी करते हुए अफगान टीम ने अपने 20 ओवरों में 6 विकेट के नुसकान पर 148 रन बना लिए। फिर जवाबी कार्यवाही में कंगारू टीम 19.2 ओवरों में 127 रनों पर ही सिमट गई और 21 रनों से मुकाबला हार गई। इस दौरान अफगान टीम में रहमानुल्लाह गुरबाज व इब्राहिम जादरान ने 60 व 51 रनों की शानदार अर्धशतकीय पारी खेली और अपनी टीम को जीत दिलाई।
अगर हम यहां कंगारू टीम के हरफनमौला खिलाड़ी बल्लेबीज करते हुए 59 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली व गेंदबाजी के दौरान 2 ओवरों में 12 रन लुटाए इस प्रकार इनका प्रदर्शन काफी शानदार रहा लेकिन ये अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके।