वनडे वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 6 विकेट से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। लगातार 10 मैच जीतने के बाद टीम इंडिया फाइनल में आकर ट्रॉफी जीतने से चूक गई थी। भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए वह बुरा दिन था। क्योंकि टीम इंडिया ने पूरे टूर्नामेंट मे कमाल का प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी। इसलिए वह किसी भी टीम की अपेक्षा ट्रॉफी जीतने के अधिक हकदार थे। फाइनल में मिली हार के बाद पूरा भारत गम में डूब गया था,परन्तु दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी शरारती तत्व मौजूद थे,जो कथित तौर पर ऑस्ट्रेलिया की जीत का जश्न मनाते हुए पकिस्तान के सपोर्ट मे नारे लगा रहे थे।
इस प्रकरण को लेकर पुलिस ने सतर्कता दिखाई है,और इस तरह की गतिविधि मे सम्मलित होने के आरोप में जम्मू कश्मीर के 7 छात्रों को गिरफ्तर किया गया है। इन सभी छात्रों को गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) की प्रासंगिक धाराओं के अन्तर्गत गिरफ्तार किया गया है। यदि इन छात्रों पर आरोप सिद्ध होता है,तो इन सभी छात्रों को 7 साल तक की कैद व जुर्माना या दोनों भुगतना पड़ सकता है।
Reuters के मुताबिक इस मामले को लेकर पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि,एक वीडियो सामने आया है,जिसमें भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के फाइनल मैच के दौरान कुछ छात्र,भारत के पक्ष में नही बल्कि,भारत के विरोध में नारे लगाते हुए दिख रहें हैं। यह छात्र सीमावर्ती राज्य के एक कृषि विश्वविद्यालय के बताएं जा रहें हैं। जिनके खिलाफ एक छात्र ने विश्वकप के फाइनल मैच के दौरान ऑस्ट्रेलिया और पकिस्तान का समर्थन करने के कारण शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद यह गिरफ्तारी हुई है।
छात्रों की गिरफ्तारी के बाद इस मुद्दो को लेकर सियासत भी शुरु हो गई है,इस प्रकरण पर महबूबा मुफ्ती का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि,‘सभी मामले पॉलीटिकल डिबेट तक पहुंच जाते हैं अगर कोई भी इंसान आपके खिलाफ बोल रहा होता है। यह देखकर काफी हैरानी होती है कि जीतने वाली टीम के लिए सेलिब्रेट करना अपराध की श्रेणी में डाल दिया जाता है और ऐसा सिर्फ कश्मीर में ही देखा जाता है।’
फिलहाल इन आरोपों मे कितना दम है,यह तो आने वाले समय में पुलिस की जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा,परन्तु एक बात साफ है कि,इस प्रकरण को लेकर बयानबाजी का लम्बा दौर चलने वाला है।