दक्षिण अफ्रीका की मेजबानी में खेले गए ICC अंडर-19 विमेंस टी 20 वर्ल्ड कप के प्रथम संस्करण में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 7 विकेट से हराकर खिताब पर कब्जा जमाया है। रविवार को पोचेफस्ट्रूम में खेले गए फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 17.1 ओवर में 68 रनों पर सिमट गई। जिसके बाद भारतीय टीम ने इस छोटे से लक्ष्य को महज 14 ओवर में 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया। फाइनल मैच में एक दिलचस्प चीज देखने को मिली कि इसमें भारतीय अंडर-19 महिला क्रिकेट टीम की कप्तान शेफाली वर्मा 19 वर्ष से अधिक उम्र होने के बावजूद फाइनल खेलती हुई नजर आईं। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यह अंडर-19 टी-20 विश्वकप है। मतलब इसमें प्रतिभाग करने वाली लड़कियां 19 वर्ष से कम उम्र की होनी चाहिए। फिर ऐसा कैसे हुआ? अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने इस पर आपत्ति क्यों नहीं जताई? आइए समझते हैं पूरा प्रकरण-
शेफाली वर्मा की उम्र
अंडर-19 भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान शेफाली वर्मा का जन्म 28 जनवरी,2004 हरियाणा के रोहतक में हुआ था। जबकि फाइनल मुकाबला 29 जनवरी को खेला गया। इस हिसाब से शेफाली वर्मा 19 वर्ष की उम्र को पार कर चुकी थी। परंतु फिर भी उन्होंने न सिर्फ फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम का नेतृत्व किया बल्कि बतौर सलामी बल्लेबाज 11 गेंदों पर 15 रनों की उपयोगी पारी भी खेली। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि जब किसी क्रिकेटर ने 19 वर्ष की उम्र पार करने के बावजूद अंडर-19 के टूर्नामेंट्स खेले हैं। इससे पहले भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन भी 19 साल से अधिक की उम्र में अंडर-19 वर्ल्ड कप खेल चुके हैं। इससे पीछे कोई और नहीं बल्कि ICC द्वारा बनाया गया मानक है। जिस कारण कई बार अधिक उम्र होने के बावजूद क्रिकेटर अंडर-19 में खेलते हुए नजर आते हैं।
खिलाड़ियों के उम्र को लेकर ICC का नियम
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने अंडर-19 के क्वालिफिकेशन के लिए 1 सितंबर की तारीख को मानक बनाया है।इसका मतलब यह है कि ऐसा कोई भी खिलाड़ी जिसकी उम्र 1 सितंबर तक 19 वर्ष से कम है।वह अंडर-19 के टूर्नामेंट में हिस्सा ले सकता है। थोड़ा आसान भाषा में समझने का प्रयास करें तो, मान लीजिए 1 सितंबर 2022 तक किसी क्रिकेटर की उम्र 19 वर्ष से कम है। तो वह 31 अगस्त 2023 तक अंडर-19 में ICC द्वारा आयोजित किसी भी टूर्नामेंट में हिस्सा ले सकता है। इसी वजह से शेफाली वर्मा के खेलने पर किसी भी प्रकार की आपत्ति नहीं जताई गई।