भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज ‘बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी’ का दूसरा मुकाबला शुक्रवार से दिल्ली के अरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियम पर खेला जाएगा। इस मैच के संपन्न होने के बाद तीसरे और चौथे टेस्ट मैच के लिए टीम इंडिया का ऐलान किया जाना है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि भारत ने शुरुआती दो टेस्ट मैचों के लिए ही भारतीय टेस्ट टीम का ऐलान किया था। आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए टीम घोषित करने को लेकर BCCI को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। BCCI के लिए यह समस्याएं इसलिए आ रही है।क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा, जी मीडिया द्वारा किए गए एक स्टिंग ऑपरेशन के शिकार हो गए हैं।
स्टिंग ऑपरेशन में फंसने के बाद चेतन शर्मा से बोर्ड काफी नाराज है। ऐसा माना जा रहा है कि उन पर कोई भी अंतिम फैसला लेने से पहले BCCI उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका दे सकती है। परंतु इस बीच सबसे बड़ा सवाल यह निकल कर सामने आ रहा है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे और चौथे टेस्ट मैच में टीम चुनने के लिए चेतन शर्मा को चयन समिति की बैठक में हिस्सा लेने का मौका दिया जाएगा या नहीं।
स्टिंग ऑपरेशन का असर
जी मीडिया द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन में मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा ने BCCI के भीतर चल रहे कई खामियों का पर्दाफाश किया है। जिसमें खिलाड़ियों द्वारा फिटनेस हासिल करने के लिए प्रयोग किए जाने वाले डोपिंग रोधी इंजेक्शन, विराट और रोहित शर्मा के बीच का आपसी मतभेद, हार्दिक पांड्या को टी-20 का कप्तान बनाया जाना शामिल है। ऐसा माना जा रहा है कि यह बातें BCCI के अधिकारियों को रास नहीं आई है। सूत्रों के हवाले से BCCI द्वारा प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस घटना का भारतीय खिलाड़ियों,चयनकर्ताओं एवं मीडिया के बीच के संबंधों पर दूरगामी असर पड़ने वाला है।
माना जा रहा है कि आने वाले समय में चयनकर्ता और खिलाड़ी अच्छे पत्रकारों से भी ऑफ रिकॉर्ड बात करने से बचेंगे क्योंकि स्टिंग ऑपरेशन से उनका भरोसा टूटा है। परंतु सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या BCCI चीफ सेलेक्टर को चयन समिति की बैठक में कोच राहुल द्रविड़, रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या के साथ हिस्सा लेने की अनुमति देती है। या फिर उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है।