ऑस्ट्रेलियाई टीम के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर बॉल टेंपरिंग के मामले में आजीवन कप्तानी से प्रतिबंधित रहने का सजा भुगत रहे हैं। इस बीच क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा कोड आफ कंडक्ट के नियमों में बदलाव के बाद एक उम्मीद जगी थी कि शायद डेविड वॉर्नर का सजा कम कर उन्हें ऑस्ट्रेलिया की टीम की अगुवाई करने का मौका दे दिया जाए। लेकिन इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। डेविड वॉर्नर ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम पर 5 पन्ने का एक नोट शेयर करते हुए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से अपनी नाराजगी जाहिर की है। इस नोट में उन्होंने कहा कि “हमारे लिए हमारी पत्नी और तीन बेटियां अधिक महत्वपूर्ण है। हम अपने परिवार को और ज्यादा मुश्किल में नहीं डाल सकते। इसलिए हम क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से किए गए अपने अपील को वापस ले रहे हैं।”
इतना ही नहीं डेविड वार्नर ने अपने नोट में यह भी लिखा है कि मेरी पब्लिक लिंचिंग की जा रही है। यह मेरे परिवार और शुभचिंतकों के लिए कष्टदायी है। करियर के मुश्किल दौर से गुजरने के बाद हमने वापसी की और टीम के लिए अपना खून पसीना बहाया परंतु बोर्ड अब हमारे साथ अच्छा बर्ताव नहीं कर रहा है। इस दौरान वार्नर ने निरंतर साथ देने के लिए अपनी पत्नी कैंडिस का शुक्रिया भी अदा किया।
क्रिकेट आस्ट्रेलिया को पब्लिक लिंचिंग में दिलचस्पी
वार्नर अपने नोट में यह भी लिखा कि हमने क्रिकेट आस्ट्रेलिया से 1 सप्ताह पहले अपने ऊपर लगे प्रतिबंध पर पुनर्विचार करने की अपील की थी। परन्तु बोर्ड ने मेरे आवेदन को नजरअंदाज करने का फैसला किया है। ऐसा लगता है कि मैनेजमेंट को खिलाड़ियों की भलाई से ज्यादा उनके पब्लिक लिंचिंग में इंटरेस्ट है।
2018 में लगा कप्तानी पर बैन
क्रिकेट के तीनों प्रारूपों को मिलाकर ऑस्ट्रेलिया के लिए अबतक कुल 337 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलकर 16,771 रन बनाने वाले धुरंधर बल्लेबाज डेविड वॉर्नर को साल 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच के दौरान गेंद से छेड़छाड़ के प्रकरण में करीब दो साल तक प्रतिबंधित करने के साथ आजीवन कप्तानी करने पर रोक लगा दी गई है। जबकि उस दौरान स्टीव स्मिथ को अपनी कप्तानी गंवानी पड़ी थी।