हिंदुस्तान के सबसे बड़े घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी में इस बार महिलाएं भी अंपायरिंग करती नजर आएंगी। 88 साल पूर्व शुरू हुए इस टूर्नामेंट के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब अंपायरिंग के लिए महिलाओं का पैनल गठित हुआ है। BCCI ने इस नए सीजन के लिए शार्टलिस्ट अंपायरिंग के पैनल में 3 महिलाओं को भी मौका दिया है। रणजी का नया सत्र आगामी 13 दिसंबर से शुरू हो रहा है। जिसके लिए मुंबई की वृंदा राठी, चेन्नई की जननी नारायण और गायत्री वेनुगोपालन को शामिल किया गया है।
गायत्री वेणुगोपाल :
BCCI के अंपायरिंग पैनल में शामिल गायत्री वेणुगोपाल एक क्रिकेटर बनना चाहती थीं।लेकिन कंधे की चोट के कारण उनका सपना टूट गया। परन्तु क्रिकेट से उनका विशेष लगाव था।जिस कारण वह क्रिकेट को खुद से दूर नहीं कर पाई। और अंपायरिंग करने लगीं।
वृंदा राठी :
BCCI के अंपायरिंग पैनल में शामिल दूसरी महिला वृंदा राठी मुंबई की रहने वाली हैं।वह हम पारी शुरू करने से पहले मैच के दौरान स्कोरर का काम करती थीं। जिसके बाद एक बार उनकी मुलाकात न्यूजीलैंड की अन्तर्राष्ट्रीय अंपायर कैथी क्रोस से हुई।कैथी से मिलने के बाद उन्होंने अंपायरिंग में भाग्य आजमाया।
जननी नारायण :
चेन्नई की रहने वाली जननी नारायण अंपायरिंग में आने से पहले एक जॉब किया करती थी। परन्तु उन्होंने अंपायर बनने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी और BCCI का अंपायरिंग टेस्ट पास किया।
महिला अंपायरों को ट्रेनिंग देगा BCCI
आने वाले दिनों में भारत क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड महिला अंपायरों की संख्या बढ़ाने की दिशा में कार्य करने जा रहा है। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि बीसीसीआई महिला एंपायरों के चयन के लिए टेस्ट का आयोजन करेगा और उन्हें अंपायरिंग के लिए बाकायदा ट्रेनिंग उपलब्ध करवाएगा।अभी BCCI के पास 150 अंपायरों का पैनल है। जिसमें से 90 एंपायर रणजी मैच में अंपायरिंग करते हैं।