न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला शुक्रवार को ऑकलैंड के ईडन पार्क में खेला जाएगा।इस सीरीज में भारतीय टीम की अगुवाई सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के हाथों में है। मैच की पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में भारतीय कप्तान शिखर धवन ने मीडिया से बात करते हुए कई राज खोले। प्रस्तुत है प्रेस कॉन्फ्रेंस का कुछ अंश-
बतौर कप्तान कैसे देखते हैं अपने आप को?
इस सवाल के जवाब में शिखर धवन ने कहा कि मैं अपने आप को सौभाग्यशाली समझता हूं कि कैरियर के इस मुकाम पर मुझे भारतीय टीम की कप्तानी सौंपी गई। कप्तानी करने का अवसर मिलना और उसकी चुनौतियों का सामना करना अच्छा लगता है। बतौर कप्तान कई सीरीज हमारे लिए अच्छे गुजरे हैं।
जिंबाब्वे दौरे पर पहले कप्तानी का जिम्मा देने के बाद केएल राहुल को कप्तान बनाए जाने को लेकर क्या ख्याल है?
राहुल को कप्तान बनाकर सही किया गया केएल राहुल भारतीय टीम के उपकप्तान थे। क्योंकि यूएई में होने वाले एशिया कप में रोहित के अनुपस्थिति में उन्हें कप्तानी करने की जरूरत पड़ सकती थी। इसलिए जब वो चोट से लौटे तो उन्हें कप्तानी मिली। इसके लिए चयनकर्ताओं की आलोचना करना गलत है क्योंकि चयनकर्ताओं के कारण ही हमें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम का नेतृत्व करने का मौका मिला।
सोशल मीडिया पर होनी वाली प्रशंसा और ट्रोल को कैसे मैनेज करते हैं?
सोशल मीडिया पर क्रिकेट के प्रशंसक कभी तारीफ करते हैं तो कभी ट्रोल करते हैं। हमें पता है कि अगर हम अच्छा नहीं खेलते हैं तो हमारी निंदा की जाती है हम इसके अभ्यस्त हो चुके हैं। सोशल मीडिया पर होने वाली हलचलों को हम अनदेखा कर अपनी क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
टीम से जुड़े युवा खिलाड़ियों को जल्दी मौके नहीं मिल पाते, उन्हें किस प्रकार से आत्मविश्वास में रखते हैं?
संजू सैमसन और दीपक हुड्डा का हवाला देते हुए एक जब एक पत्रकार ने शिखर धवन से यह सवाल पूछा तो तो उन्होंने कहा कि कोच और कप्तान द्वारा युवा खिलाड़ियों को बता दिया जाता है कि आखिर किस वजह से उन्हें अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया जा रहा है। कई बार अपना भी जिक्र करते हुए हम बताते हैं कि मैं 2010 में टीम में शामिल किया गया था परंतु खेलने का मौका 2013 में मिला। चीजें क्लियर होती हैं तो खिलाड़ी टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं।