15 नवंबर यानी आज का दिन क्रिकेट जगत के लिए एक बड़ा दिन है। क्योंकि आज के दिन क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने शफर की शुरुआत की थी। दिलचस्प बात यह भी है कि सचिन तेंदुलकर ने आज ही के दिन अपने सफर को खत्म भी किया था।जब 15 नवंबर का दिन आता है तो क्रिकेट के प्रशंसकों को दो तस्वीरें याद आती हैं एक तो वह जब कराची की धरती पर भारत का एक 16 वर्षीय बालक चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ पहली बार बैट उठाता है। दूसरा वह जब अपने गृह नगर मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 40 वर्षीय पुरुष के रूप में अपने 24 साल के गौरव भरे क्रिकेट कैरियर को समाप्त कर अपने खेल को अलविदा कहता है। इन दोनों तस्वीरों में जो अंतर है उसके बीच क्रिकेट का एक युग छिपा है। एक कहानी है एक सामान्य से बालक का क्रिकेट का भगवान कहलाने का तमगा हासिल करने की।
एक जैसा रहा है सचिन का पहला और अंतिम मैच -:
15 नवंबर 1989 को महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान के विरुद्ध अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। जिसमें सचिन महज 15 रनों पर आउट हो गए थे। उस समय पाकिस्तान के घातक गेंदबाज वकार यूनुस ने उन्हें आउट किया था। हालांकि वह मैच ड्रॉ हो गया था और दूसरी पारी में सचिन तेंदुलकर को खेलने का मौका नहीं मिला था। तेंदुलकर के जीवन में एक इत्तेफाक रहा है कि 2013 में उन्होंने 15 नवंबर को ही वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला। इस मैच में सचिन ने पहली पारी में 74 रन बनाए। जबकि दूसरी पारी में एक बार फिर खेलने का मौका नहीं मिला। हालांकि यह मैच भारत के पक्ष में रहा और इसमें भारत ने वेस्टइंडीज पर एक पारी और 126 रनों से जीत दर्ज की।
स्वर्णिम रहा है 24 सालों का सफर -:
सचिन तेंदुलकर ने अपने 24 साल के लंबे कैरियर के दौरान 200 टेस्ट और 463 वनडे मैच खेले।उनके नाम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक जमाने का रिकॉर्ड दर्ज हैं। वनडे में उन्होंने 18,426 रन बनाते हुए 49 शतक लगाए हैं। टेस्ट में उनके नाम 15,921 रन हैं। जिसमें 51 शतक शामिल हैं। सचिन ने 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक मात्र टी-20 मैच भी खेला है। जिसमें उन्होंने 10 रन बनाए थे।