भारतीय क्रिकेट जगत के जाने माने चहरे सुनील गावस्कर टीम इंडिया से काफी पहले ही सन्यास ले चुके हैं, वहीं अब ये समय-समय पर अपने क्रिकेट अनुभव से BCCI को सलाह हुए नजर आते हैं, अभी हाल ही में इन्होंने भारतीय क्रिकेट की मुख्य रीढ़ रणजी ट्राफी को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ी सलाह देने का काम किया है। वैसे तो आप सभी को पता ही होगा कि रणजी मुकाबले को प्रथमिकाता देने के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड भी काफी प्रयास कर रहा है, अभी हाल ही मे आपने देखा होगा कि रणजी मुकाबला खेलने से ऐतराज करने वाले दो खिलाड़ी श्रेयर अय्यर और ईशान किशन को BCCI ने अपने सेंट्रल कांट्रेक्ट से बाहर कर दिया था।
लिटिल मास्ट का बयान
वहीं अब गावस्कर का कहना है कि अगर रणजी मुकाबलों की फीस दो या तीन गुना कर दी जाए तो कोई खिलाड़ी बहाने नहीं बनाएगा और रणजी को नजरअंदाज नहीं करेगा। इसको लेकर लिटिल मास्टर ने कहा, “बीसीसीआई के द्वारा खेलने वालों को अवॉर्ड देना अच्छी बात है। लेकिन लेकिन मैं बीसीसीआई से यह भी अनुरोध करूंगा कि वह यह सुनिश्चित करे कि टेस्ट टीम के फीडर, जो कि रणजी ट्रॉफी है। उसका भी ध्यान रखा जाए। अगर रणजी ट्रॉफी की फीस दोगुनी या तिगुनी की जा सकती है, तो निश्चित रूप से बहुत अधिक लोग रणजी ट्रॉफी खेलेंगे और रणजी ट्रॉफी से बहुत कम लोग हटेंगे, क्योंकि अगर रणजी ट्रॉफी मैच खेलने की फीस एक अच्छी फीस है तो कम लोग बाहर निकलेंगे।”
BCCI ने टेस्ट मैच में लागू किया इंसेंटिव, खिलाड़ियों का आनंद
अभी कुछ समय पहले कप्तान रोहित शर्मा ने बयान दिया था कि जो खिलाड़ी टेस्ट मैच में खेलना चाहंते हैं तो उन्हें अपने अंदर रन लेने की भूंख पैदा करनी होगी वहीं इसके कुछ समय बाद BCCI ने टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ियों के लिए एक इंसेंटिव स्कीम लागू कर दी जिसमें एक सीजन में आयोजित होने वाले टेस्ट मुकाबलों का 75 प्रतिशत यदि कोई खिलाड़ी खेल लेता है तो उस मैच फीस का तीन गुना यानी 45 लाख रु धनराशि प्रति मैच दी जाएगी। वहीं 50 प्रतिशत से अधिक मुकाबले खेलने वाले खिलाड़ी को टेस्ट मैच फीस की दो गुना धनराशी सम्मान के तौर पर दी जाएगी।